Saturday, August 4, 2018

आधार कार्ड से जुड़ी अफवाहें दूर करने TRAI चेयरमैन आरएस शर्मा ने दिया खुली चुनौती, आधार विरोधियो के मुँह हुए बन्द

आधार कार्ड से जुड़ी अफवाहें दूर करने TRAI चेयरमैन आरएस शर्मा ने दिया खुली चुनौती, आधार विरोधियो के मुँह हुए बन्द 😷

कोई अगर बार बार ये कहे की आपका आधार डेटा सेफ नहीं है तो उसपर रत्तीभर भी विश्वास ना करे क्योकि वो किसी ना किसी वजह से झूठ बोल रहा है। अगर आधार का डेटाबेस हैक हो सकता है तो कुछ भी हैक कर सकता है। ज्यादातर मामलो में देखा गया है की लोग अपनी जानकारी को खुद ही शेयर कर देते है।

भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण या ट्राई के प्रमुख आर एस शर्मा ने शनिवार को ट्विटर पर अपना आधार नंबर सार्वजनिक करते हुए लोगों को चुनौती दी कि वे केवल इस जानकारी के आधार पर उन्हें नुकसान पहुंचाकर दिखाएं। दरअसल हुआ यह की एक ट्विटर यूजर @kingslyj ने टेलीकॉम रेगुलेरिटी अथॉरिटी ऑफ इंडिया के अध्यक्ष आरएस शर्मा को टैग करते हुए लिखा की “We have paid your salary for all these years @rssharma3 please share all your personal data with us”

उसके बाद उसने दुबारा एक ट्वीट किया जिसमे उसने चुनौती दी की “अगर आपको आधार कार्ड की सुरक्षा पर इतना भरोसा हैं तो अपनी आधार डिटेल पब्लिक करे”

जिस पर आरएस शर्मा ने अपना आधार नंबर सोशल मीडिया पर शेयर करते हुए साथ ही खुली चुनौती दी की इस आधार नंबर से कोई उनका डेटा लीक कर के दिखाए, और ऐसा करने वाले के खिलाफ वह कोई एक्शन नही लेंगे बल्कि उसका उत्साह बढ़ाएंगे। उन्होंने ट्विटर पर लिखा, ‘मेरा आधार नंबर 762177682740 है, मैं चुनौती देता हूं कि आप कोई ठोस उदाहरण दें कि इसे जानकर आप मुझे कोई नुकसान पहुंचा सकते हैं?

बस फिर क्या था आधार का विरोध करने वालो को मौक़ा मिल गया, पब्लिक डोमेन पर मौजूद उनकी जानकारियों के बारे में गूगल करना शुरू कर दिया और जो हाथ आया उसको हैकिंग का नाम देकर आधार की सुरक्षा पर सवाल खड़े कर दिए, सबसे पहले उनके हाथ आई एक पीडीएफ फाइल जिसमे आरएस शर्मा का मोबाइल नंबर था, आरएस शर्मा टेलीकॉम रेगुलेरिटी अथॉरिटी ऑफ इंडिया के अध्यक्ष होने के साथ एक आईएएस अधिकारी भी है, इसलिए कई वेबसाइट और सरकारी फाइल्स में जो की पब्लिक डोमेन में है और गूगल पर मौजूद है उसमें उनका मोबाइल नंबर और ईमेल आईडी है।

गूगल सर्च करके निकाली उनकी इस जानकारी को जैसे ही एक कोडिंग एक्सपर्ट @fs0c131y जो आपने आप को हैकर कहता है उसने यह उनका फ़ोन नंबर twitter पर डाला तो आधार पर सवाल खड़े करने वालो को मौका मिल गया। अंधे को क्या चाहिए दो आँखे तुरन्त धडाधड उसकी ट्वीट लोगो ने शेयर करना शुरू कर दिया साथ ही उसने whatsapp से आरएस शर्मा की प्रोफाइल फोटो डाउनलोड करके twitter पर डाल दिया। बस फिर क्या था, आधार कार्ड के विरोधियो ने बिना जाँच पड़ताल के इस जानकारी के बेस पर आधार कार्ड में खामियां गिनवाने लगे।

एक अन्य यूजर ने आरएस शर्मा का पता twitter पर लिख मारा मगर आर एस शर्मा ने उसको जबाब देते हुए कहा की “इतना डरते क्यों हो भाई ? डिस्क्लेमर की क्या जरुरत है? ये डिटेल्स कोई स्टेट सीक्रेट नहीं है, मेरी डेट ऑफ़ बर्थ भारत सरकार के पोर्टल पर 40 साल से छपी हुई है। घर का एड्रेस थोडा पुराना है, नया चाहिए तो मैं दे दूंगा, चाहिए क्या?

इसके बाद उसी यूजर ने ECI के साइट्स से वोटर डिटेल निकाला जिसके जबाब में आर एस शर्मा ने कहा

“Great discovery! By the way, Voter list is available in public and given to all political parties at the time of elections”

लेकिन जब लोगो ने उस तथाकथित हैकर से बैंक डिटेल्स पूछी तो उसने कहा की कोई बैंक एकाउंट आधार से लिंक नहीं है यही पर वो मात खा गया इसके बाद आरएस शर्मा ने कहा “जितना आप खुद को काबिल समझ रहे हैं उतने हैं नही, मेरे सभी बैंक एकाउंट आधार से लिंक हैं।”

फिर कुछ यूजर्स ने उस तथाकथित हैकर को ट्रोल करना शुरू कर दिया। साथ में कुछ ने आर एस शर्मा के आधार पर पैसे भेजे और उसके स्क्रीनशॉट शेयर किया और कुछ ने उनके मोबाइल नंबर पे UPI पेमेंट करके उसका स्क्रीनशॉट डालते हुए ट्रोल किया।

कई यूजर्स ने जब अपना अपना आधार नंबर देकर उस तथाकथित हैकर से इनफार्मेशन माँगा तो उस पर वो शांत हो गया मतलब साफ़ है की जो डेटा पब्लिक डोमेन पर था वह सिर्फ वही उपलब्ध करवा सका लेकिन जब बात आम आदमी की हुई तो हैकर कन्नी काट गया और कोई अन्य जानकारी नहीं दे सका।

एक यूजर को जबाब देते हुए आर एस शर्मा ने कहा की “This is not correct. I published my own Aadhaar number in response to one twitterati with a challenge to cause me any harm due to my Aadhaar number. The challenge is still open. Please do not give a false information about ‘Aadhaar data leak

एक यूजर ने ट्वीट करते हुए कहा की, आधार को लेकर अफवाह फैलाने वालों के मुंह पर यह थप्पड़ हैं।

बहरहाल, सबसे पहले तो यह जान लीजिए कि आधार डिटेल पूरी तरह से सुरक्षित हैं और इसके साथ यह भी समझ लीजिए की, चंद मुट्ठीभर लोग आधार कार्ड के खिलाफ क्यों कैम्पेन कर रहे हैं।

सबसे पहली वजह यह हैं की विभिन्न योजनाओं से आधार कार्ड लिंक होने की वजह से अरबों रुपये की चोरी जो वर्षो से हो रही थी वह बन्द हो गयी हैं। पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी कहते थे दिल्ली से चले सब्सिडी के 1 रुपये में जनता तक सिर्फ 15 पैसा पहुंच पाता हैं लेकिन अब सरकारी सब्सिडी का पैसा सही हाथों में वह भी पूरा जाने लगा हैं। लोग कुछ रुपये खर्च करके अपनी कम आमदनी का सर्टिफिकेट बनवा कर सरकार की बहुत सी कल्याणकारी योजनाओं का लाभ लेते थे, लेकिन अब ऐसे लोग पकड़े जा रहे हैं, इस सम्बंध में पूरी डिटेल यहाँ पढ़े

दूसरी सबसे बड़ी वजह, आधार कार्ड एक तरह से नागरिकता कार्ड के तौर पर भी काम कर रहा हैं, इसकी वजह से अवैध घुसपैठियों को पकड़ा जा रहा हैं। सालों से बंगलादेशी घुसपैठिये को वोटबैंक के लालच में इस देश मे राजनैतिक पार्टियां शरण देती रही हैं, अब उन लोगो को निकालना आसान हो गया। वोटबैंक का यह नुकसान राजनैतिक दलों समेत तमाम लोगो को खल रहा हैं इसलिए इसका विरोध किया जा रहा हैं।

आधार कार्ड, आम आदमी की सुरक्षा के लिए हैं इससे किसी प्रकार का कोई नुकसान नही हैं, इससे सिर्फ भष्ट्राचार करने की मंशा रखने वाले लोग परेशान हैं।

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